मंगलवार, जुलाई 20, 2010

शहीद गणपतराम बिश्नोई को अंतिम विदाई


शहीद के पैतृक गांव भींयासर में हुआ अंतिम संस्कार, पूरा गांव उमड़ा शहीद के दर्शन करने
फलौदी 20 जुलाई। जम्मू कश्मीर में उग्रवादियों से मुठभेड़ में शहीद गणपतराम पूनिया को मंगलवार दोपहर पैतृक गांव भींयासर में हजारों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। गांव के बाहर देणोक चैराहे पर सरकारी स्कूल के सामने शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। सेना की एक टुकड़ी ने शहीद को सशस्त्र सलामी दी। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए ग्रामीणों के साथ साथ जोधपुर, फलौदी से आए प्रशासनिक अधिकारियों, राजनैतिक दलों के नेता व कार्यकर्ता भींयासर पहुंचे।
उल्लेखनीय है कि गांव भींयासर का जवान गणपतराम पूनिया(विश्नोईं)17 जुलाई को जम्मू कश्मीर में जिला राजौरी के सोकरनाका क्षेत्र में उग्रवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गया था। सोमवार शाम उनका शव हवाई जहाज से जोधपुर लाया गया था और मंगलवार सुबह सेना के जवान शव लेकर भींयासर पहुंचे।
गणपतराम के शहीद होने की सूचना कल ही पूरे गांव में फैल गई थी और सुबह से ही उनके मकान पर शोक व्यक्त करने वालों का तांता लग गया था। शहीद के अंतिम दर्शनों के बाद तिरंगे में लिपटे शव को सेना के जवान अंतिम संस्कार स्थल पर लेकर पहुंचे। रास्ते भर लोग शहीद की याद में नारे लगाते रहे। करीब सवा एक बजे शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। 14 गार्ड बटालियन के 8 सैनिकों की टुकड़ी ने तीन राउण्ड में 24 राउण्ड गन फायर कर सलामी दी।

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