मूंडवा । मूंडवा पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक बिना किसी कार्यवाही के स्थगित कर दी गई। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मूंडवा पंचायत समिति नव निर्वाचित सदस्यों की पहली बैठक मंगलवार को आहुत की गई। प्रधान समु देवी की अध्यक्षता में प्रारम्भ हुई बैठक में किसी भी सरपंच ने भाग नही लिया। सभी सरपंचों ने अपनी मांगों को लेकर साधारण सभा की बैठक का बहिष्कार किया। एक भी सरपंच बैठक की कार्यवाही में भाग लेने के लिए नहीं पंहुचा। सभी सरपंचगण पंचायत समिति सभागार के बाहर धरने पर बैठ गए। बाद में कार्यवाही प्रारम्भ होने के पश्चात मुंदियाड़ सरपंच रेंवतराम डांगा के नेतृत्व में दिनेश रॉयल, मूलाराम लॉमरोड़, जुझण्डा से शोभाराम सहित अन्य सरपंचों ने सभी पंचायत समिति सदस्यों से आग्रह किया कि वो उन्हे सहयोग प्रदान करें। उन्होंने बताया कि सरकार ने सरंपचों के अधिकार छीन लिए हैं। ग्राम विकास की धुरी सरपंच ही होता है। इसलिए सहयोग दें। पंचायत समिति सदस्य लक्ष्मीनारायण शर्मा, किशनाराम सहित अन्य सदस्यों ने इस आपस में विचार विमर्श करते हुए प्रधान की अनुमति से साधारण सभा की बैठक की कार्यवाही आगामी तिथि तक स्थगित कर दी। इस पर सभी सरपंचों उनके आंदोलन में सहयोग करने के लिए सभी पंचायत समिति एवं जिला परिषद सदस्यों का आभार प्रकट किया। मंगलवार को आहुत बैठक बिना किसी कार्यवाही एवं बिना किसी चर्चा के लिए स्थगित कर दी गई। इस पर सरपंचों ने सभी का आभार जताया।
सदस्यों ने रखी मांग
पंचायत समिति एवं जिला परिषद सदस्यों ने भी अधिकार दिलवाने की मांग रखी। सदस्यों का कहना था कि जहां सरपंचो को इतने अधिकार मिले हुए हैं, उसके मुकाबले सदस्यों को कुछ भी अधिकार नहीं है। सदस्य मात्र बैठक में आते है और चले जाते हैं। उन्हें क्षेत्र के विकास के लिए किसी प्रकार का अधिकार नहीं हैं। पूर्व प्रधान एवं जिला परिषद सदस्य राजेन्द्र फिड़ौदा ने मांग रखी की सदस्यों को भी व्यापक अधिकार मिलने चाहिए।
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