सोमवार, जून 15, 2009

नसबंदी आॅपरेशन के दौरान महिला की मौत का मामलाः दाधीच ब्राह्मण समाज करेगा आंदोलन

नागौर 15 जून। राजस्थान प्रांतीय दाहिमा(दाधीच) ब्राह्मण महासभा ने जिला कलक्टर को पत्र लिखकर गत 9 मई को गांव तरनाऊ में नसबंदी आॅपरेशन के दौरान हुई महिला की मृत्यु के मामले की सही जांच नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। सभा के जिलाध्यक्ष श्रवण दाधीच ने जिला कलक्टर को लिखे गए पत्र में कहा है कि गत 9 मई को जायल तहसील के तरनाऊ ग्राम में राजकीय चिकित्सालय द्वारा एक नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया था। क्षेत्र की महिलाओं ने आॅपरेशन के लिए आवेदन किया। उसमें मेहरवास गांव की श्रीमती राजूदेवी दाधीच पत्नी नंदकिशोर दाधीच ने भी आॅपरेशन करवाया था। चिकित्साकर्मियों की लापरवाही के चलते राजूदेवी की मृत्यु हो गई थी। जिलाअध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि शिविर में मरीजों को सुबह 8 बजे भूखे पेट बुलाया गया था। मगर चिकित्साकर्मी 3 बजे शिविर स्थल पर पंहुचे। आॅपरेशन के समय बेहोशी की दवा देने वाला विशेषज्ञ मौजूद नही था। उस दिन एक ही डाॅक्टर ने डेढ़ घण्टे में 14 आॅपरेशन किये थे। राजूदेवी की तबीयत आॅपरेशन के दौरान बिगड़ गई थी। चिकित्सक ने बेहोशी की हालत में मरीज की छुट्टी कर दी थी। राजूदेवी के परिवार की तरफ से उक्त प्रकरण से सम्बन्धित जायल थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया गया था। मगर आज तक दोषी चिकित्साकर्मियों के विरूद्ध कोई दण्डात्मक कार्रवाई नहीं हुई है। ज्ञापन में लिखा है कि राजूदेवी के 4 संतान है। जिनमें सबसे छोटी संतान केवल 2 माह का बच्चा है। गरीब परिवार है। जिसमें उसकी सास 85 वर्ष की है। पति बेरोजगार है। ज्ञापन में कहा है कि राजूदेवी दाधीच ब्राह्मण समाज की थी। यह समाज शांतिप्रिय है। अगर चिकित्साकर्मियों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही नहीं हुई तो समस्त दाधीच समाज 7 दिनों के बाद जिला स्तर पर इस प्रकरण को लेकर जोरदार आंदोलन करेगा।उन्होनें आग्रह किया है कि सम्बन्धित चिकित्सक को निलम्बित कर निष्पक्ष जांच की जावे और सकारात्मक रूख अपनाकर पीड़ित परिवार को न्याय दिया जावे। अन्यथा पूरा दाधीच समाज आंदोलन पर उतरेगा। उससे होने वाले नुकसान की जिम्मेदारी जिला प्रशासन व राज्य सरकार की होगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें