सोमवार, जून 15, 2009
विश्व पर्यावरण दिवस समारोह आयोजित
नागौर 5 जून। विश्व पर्यावरण दिवस का जिलास्तरीय समारोह बुचासागर धाम पोलास बिश्नोईयान में वन विभाग तथा अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा के संयुक्त तत्वावधान में समारोहपूर्वक मनाया गया। समारोह में पूज्य स्वामी भागीरथदास शास्त्री का सान्निध्य था। 29 मई से चल रहे 29 धर्म प्रचार ज्ञान सप्ताह का समापन, 7 दिनों से लगातार प्रतिदिन तीन घण्टे चलने वाले एक कुण्डी सामूहिक यज्ञ की पूर्णाहुति 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस को की गई। यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद जम्भेश्वर मंदिर पोलास से शोभायात्रा निकाली गई जो 3 किलोमीटर चलकर बुचासागर धाम पंहुची। समारोह के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोइ्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमानराम जाणी ने प्रकृति संतुलन के लिए वन्यजीवों की सुरक्षा, पेड़ों की रक्षा और पर्यावरण के लिए संघर्ष करने वाले लोगों का सहयोग करने तथा उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। समारोह के अध्यक्ष एवं नागौर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस.एस. पंवार ने पर्यावरण संरक्षण आवश्यक बताते हुए विश्व की सबसे बड़ी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना (नरेगा) के तहत सड़कों के किनारे तथा वन विभाग की भूमि पर सघन वृक्षारोपण करने पर बल दिया। उन्होनें उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि वे उक्त योजना में ईमानदारी से श्रम करें। सरकार के बजट का सदुपयोग नहीं करेंगे और बिना काम किए भुगतान उठाने की नीयत रखेंगे तो सरकार इस योजना को बंद करने पर भी विचार कर सकती है। इसलिए सच्ची लगन ओर कड़ी मेहनत से काम करते हुए अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर नरेगा का लाभ लेने के साथ ही पर्यावरण की रक्षा करें। विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री ‘‘वृक्षमित्र’’ साहबराम बिश्नोई ने पर्यावरण शुद्धि के लिए संस्कार निर्माण पर जोर दिया। खनिज अभियंता नागौर जे.पी.जाखड़ ने प्रकृति के स्वचालित चक्र को बाधित करने से पर्यावरण प्रदूषित होने की बात का खुलासा किया। पंचायत समिति जायल के प्रधान रिद्धकरण लोमरोड़ ने स्थानीय राजस्थानी भाषा में समझाते हुए पर्यावरण के महत्व पर प्रकाश डाला। उपवन संरक्षक के.आर. काला ने आगन्तुकों का स्वागत करते हुए विश्व पर्यावरण दिवस की आवश्यकता, महत्व तथा पर्यावरण संरक्षण के उपायों पर प्रकाश डाला। जिला परिषद नागौर के वरिष्ठ लेखाधिकारी प्रेमाराम चैधरी, अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोइ्र सभाके प्रदेश महामंत्री अनिल धारणियां अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोइ्र सभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराम सोऊ, पर्यावरण प्रेमी गोरधनसिंह, अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोईसभा के जिलाध्यक्ष रामरतन बिश्नोई, जिलामंत्री मोहनराम तेतरवाल, शिवसेना कमाण्डो फोर्स के राज्य उप प्रमुख कुशालसिंह सांखला, शिवसेना कमाण्डो फोर्स की महिला जिला प्रमुख नागौर श्रीमती नंदा भाटी ने भी विचार व्यक्त किए। मेड़ता के क्षेत्रीय वन अधिकारी सुखराम काला ने आभार ज्ञापित किया। संचालन मोहम्मद शरीफ छींपा ने किया। समारोह के प्रारम्भ में अतिथियों को माला एवं साफा पहनाकर स्वागत किया गया। पोलास में कथा समापन के जुलूस के कारण उक्त समारोह में महिलाओं की सर्वाधिक भीड़ रही। जिलेभर के वन अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। ग्राम पोलास, मालास, रेण की ढ़ाणी, चकढ़ाणी, हिरणीढ़ाणी, बुटाटी, चैलियास, इग्यासनी, डारा की ढ़ाणी, मेड़तारोड़, मेड़तासिटी, रेण सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा के कार्यकत्र्ता जिले की सभी तहसीलों से अपनी टीम के साथ बड़ी संख्या में उपस्थित थे। वृक्षारोपण- समारोह के बाद उपस्थित अतिथिगण द्वारा वृक्षारोपण किया गया। स्वामी भागीरथदास शास्त्री ने विधिवत मंत्रोच्चार कर वटवृक्ष का पौधा लगाया। हनुमानराम जाणी, एस.एस. पंवार, के.आर.काला. जे.पी.जाखड़, रिद्धकरण लोमरोड़, अनिल धारणियां, रामरतन बिश्नोई, प्रेमसुख राहड़, लक्ष्मीनारायण भादू, ‘वृक्ष मित्र’साहबराम बिश्नोई, श्रीराम सोऊ, गोरधनसिंह, कुशालसिंह सांखला ने अलग-अलग पौधे लगाए। जिन पर वनविभाग द्वारा लोहे के बड़े ट्री-गार्ड लगवाये गये।
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