सोमवार, जून 15, 2009

पर्यावरण शुद्धि के लिए लिखी गई 3 पुस्तकों का विमोचन

नागौर 5 जून। पर्यावरण शुद्धि के लिए लिखी गई तीन अलग-अलग पुस्तकों का विमोचन विश्व पर्यावरण दिवस पर वन विभाग नागौर तथा अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा नागौर द्वारा संयुक्त तत्वावधान में आयोजित समारोह के दौरान जिले के ग्राम पोलास स्थित बुचासागर धाम पर किया गया। साहित्यकार रामरतन बिश्नोई ने पर्यावरण संरक्षण और खेजड़ी की रक्षा के लिए बलिदान होने वाले बुचारामजी ऐचरा की अद्भुत मिसाल का चित्रण 52 पृष्ठ की एक पुस्तक मंे किया है। जिसका नाम ‘खेजड़ी भगत बुचाजी’ है। दूसरी पुस्तक ‘नशा छोड़ो जीवन मोड़ो’ 36 पृष्ठ की है। जिसमें नशों से दूर रहने के लिए प्रेरणादायी सामग्री का अनूठा संग्रह है। तीसरी पुस्तकरू पर्यावरण संरक्षण और अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा’ जो उक्त सभा की स्मारिका है। 92 पेज की पुस्तक है। उक्त तीनों पुस्तकों का विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि एवं अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमानराम जाणी और समारोह की अध्यक्षता कर रहे नागौर जिलापरिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस.एस. पंवार ने किया। विमोचन के बाद तीनों पुस्तकों की प्रतियां समारोह में उपस्थित लोेगों को उपलब्ध कराई गई।विमोचन करने के बाद एस.एस. पंवार ने पर्यावरण शुद्धि के लिए उपयोगी सामग्री लिखने पर लेखक की भूरी-भूरी प्रशंसा की। नशा छोड़ने की प्रेरणा देने वाली पुस्तक को पढ़कर अपना जीवन बदलने का आह्वान उपस्थित जनसमूह से किया। श्री जाणी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए लम्बे समय से राष्ट्रीय स्तर पर सेवारत अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा के 50 वर्षों के इतिहास की जानकारी साहित्यिक भाषा में लिखकर साहत्यिकार रामरतन बिश्नोई ने पर्यावरण जगत, बिश्नोई धर्म और उक्त सभा की बहुत बड़ी सेवा की है। इसके लिए सभा लेखक की आभारी है। उप वन संरक्षक के.आर. काला ने तीन पुस्तकें एक साथ लिखने पर लेखक का आभार ज्ञापित किया और कड़ी मेहनत करने के लिए धन्यवाद देने के साथ ही अन्य लोगों को प्रेरणा लेने की सलाह दी।

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