सोमवार, जून 15, 2009

बिश्नोई समाज ने दिया जीवरक्षा सभा को ज्ञापन

नागौर 10 जून। अखिल भारतीय जीवरक्ष बिश्नोई सभा के जिलाध्यक्ष रामरतन बिश्नोई ने कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक दिलीप जाखड़ को ज्ञापन देकर मांग की है कि 8-6-9 को रात में पांचैड़ी थाना क्षत्रे के गांव भेड़ में रात्रि के समय बंदूक की गोली से चिंकारा हिरण का शिकार किया गया था। बंदूक की गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हो गये थे। शिकारियों ने ग्रामीणों से बचने के लिए गोलियां चलाई थी। जेताराम पुत्र श्री सोहनलाल डूडी बिश्नोई तथा हरिराम पुत्र श्री भीखाराम बिश्नोई निवासी भेड़ सहित ग्रामीणों ने शिकारियों का पीछा किया था। ग्रामीणों ने मोटरसाईकिल पीछे भगाई तो जीप में सवार लोगों ने हवाई फायर किये। जेताराम ने जीप नं. आरजे 21-1762 के नम्बर नोट कर लिये थे। खींवसर पुलिस तथा पांचैड़ी पुलिस की गाड़ियां मौके पर पंहुची थी। शिकारी एक मृत हिरण फेंक कर भाग गये थे। हिरण गोली से मर रहा था उसी वक्त एक शिकारी ने चाकू से हिरण की गर्दन काटी थी। इससे स्पष्ट होता है कि शिकारियों के साथ एक मुलसमान व्यक्ति जरूर था जो शिकार को हलाल करता है। चाकू से गर्दन काटता है। पोस्टमार्टम में बंदूक की गोली तथा चाकू से गर्दन काटना साबित है। मैनें 10-6-09 को आपसे दूरभाष पर बात की थी। उस वक्त पांचैड़ी थानाधिकारी श्री केसीरामजी से भी बात हुई थी। वे जीप नं. 1762 को जिला परिवहन अधिकारी के सहयोग से पता लगाकर लाये थे। प्रार्थीगण को जीप दिखाई थी। उन्होनें पहचान भी कर ली। घटनास्थल पर हमारी जीवरक्षा सभा के कार्यकत्र्ताओं ने जीप का निरीक्षण किया था। जीप में हिरण का खून लगा हुआ था। चालक ने बताया था कि बीमार आदमी की उल्टी है तब पानी लगाकर खून धोया गया तो मौके पर थानाधिकारी पांचैड़ी ने भी जीप को शिकार में प्रयोग लेना बताया और थाने ले गये। मगर आज ता. 11-6-09 को सुबह से ही ग्राम माडपुरा के सरपंच और मुलजिमगण, ग्राम माडपुरा,चावण्डिया और भेड़ में कई लोगों के पास गये तथा प्रार्थीगण पर दबाव बना रहे है कि राजीनामा कर लो। प्रार्थीगण बराबर मेरे सम्पर्क में रहे हैं। दिनभर प्रयास करने के बावजूद राजीनामा संभव नहीं हुआ है। राजनेताओं से भी दबाव देकर जीप को बरामद नहीं करने की बात कर रहे हैं। चूंकि मुलजिमान का नाम खुलासा नहीं किया गया है और जीप को मालखाना में बरामद नहीं दर्शाया गया है। इससे स्पष्ट हो रहा है कि पांचैड़ी पुलिस शिकारियों को पनाह दे रही है। बचाव के प्रयास कर रही है। वन्यजीव एवं राजस्थान के राज्यपशु चिंकारा हिरण का शिकार हुआ है। इसमें राजीनामा करने का कोई प्रावधान नहीं है। पुलिस की पक्षपात पूर्ण कार्यवाही से बिश्नोई समाज में जोरदार नाराजगी है। लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। जीवरक्षा बिश्नोई सभा के कार्यकत्र्ताओं को राजीनामे के लिए मुलजिम चूनाराम मेघवाल निवासी बैराथल, तीन लोग शकूर खां नाड़ी वैद्य निवासी माडपुरा के पुत्रगण तथा जीप 1762 के मालिक का पुत्र शामिल है। उक्त लोगों ने शिकार किया था यह राजनीमा की मांग में साबित हो रहा है। लेकिन 30 घण्टो से जो जीप पांचैड़ी थाने मंे खड़ी है उसको बरामद नहीं करना पुलिस की कार्यवाही पर शक की सुई घुमा रहा है। अतः आप श्रीमान् तुरंत प्रभाव से इस मामले में हस्तक्षेप कर जांच करावे। जीप बरामद करावें। मुलजिमों को गिरफ्तार कर बंदूक व चाकू बरामद करावें। वन्यजीवप्रेमी लोगों को न्याय प्रदान कर राहत दिलावें। अन्यथा अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा को मजबूर होकर आंदोलन धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा।

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