शनिवार, मार्च 28, 2009
रामपोल में नवरात्रा पर्व प्रारंभ
नागौर। 28 मार्च। स्थानीय रामपोल सत्संग भवन में शुक्रवार से नवरात्रा पर्व शुरू हुआ। जिसमें संत प्रवचन करते है। महंत संपतराम के पर्व के शुभारंभ पर कहा कि शरीर नाशवान है। मृत्यु निश्चित है। आत्मा अजर अमर है। शरीर छूटने पर दुःख करना अज्ञानता है। आत्मा और अमरता का ज्ञान प्राप्त करने के लिए निरंतर ईश्वर नाम का जप सहायक सिद्ध होता है। त्याग से जीवन सुखी बनता है। मन को शांति मिलती है। संग्रह करने की आवश्यकता नहीं है। सांसारिक माया जाल का बोध होने पर ही साधना का मार्ग सरल होता है। गृहस्थ जीवन में भी साधना की जा सकती है। साधु बनना जरूरी नहीं है। मनुष्य को सांसारिक कार्यो के साथ कथा श्रवण, सत्संग लाभ तथा नाम जप का सहारा लेना चाहिए।
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