शनिवार, मार्च 28, 2009
गणगौर पूजन कल
28 मार्च। भारत में हमेशा धार्मिक पर्वों की धूमधाम रही है। इस धार्मिक पर्व में गणगौर का पर्व भी बड़े हर्षोल्लास के साथ शहर में मनाया जाता है। इस पर्व से पूर्व धुलण्डी से नव युवतियां व महिलाएं घर घर में ईशर गणगौर की प्रतिमाओं को 16 दिन तक विधि विधान से पूजा अर्चना कर पति की दीर्घायु की कामना करती है। महिलाएं व नवयुवतियांें द्वारा गौर गौर गोमती, ईशर पूजे पार्वती के स्वरों के साथ प्रतिदिन मिट्टी से बनाए दम्पति को खाना खिलाने व गायन के कार्य करती है। सांय काल को छोटी छोटी कन्याओं द्वारा घर घर में घुड़ल्या घुमाया जाता है। महिलाओं द्वारा इन कन्याओं को रूपये भेंट दिए जाते है। घुड़ल्या में दमकता दीपक पति की व इच्छित वर की दीर्घायु का प्रतीक होता है । इस पर्व का समापन कल गणगौर मेले के साथ होगा।
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