सोमवार, अप्रैल 19, 2010

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड शिक्षण पत्रिका का अता पता नहीं

नागौर 19 अप्रैल।माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की आरे से पिछले 2 वर्षों से परीक्षकों के मानदेय से शिक्षण पत्रिका के नाम से राशि काटी जा रही है। लेकिन आज तक यह पत्रिका कर्मचारी को उपलब्ध नहीं करवाई गई है। संवाददाता द्वारा सेठ किशनलाल कांकरिया राजकीय सीनियर सैकेण्डरी स्कूल व रतन बहन सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के प्राचार्यों व शिक्षकों से शिक्षण पत्रिका के बारे में जानकारी प्राप्त करने पर बताया कि इस पत्रिका को हमने आज तक कार्यालय में देखा ही नहीं। वास्तविकता तो यह है कि कत्र्तव्यनिष्ठा का पाठ पढ़ाने वाला बोर्ड स्वयं कत्र्तव्यहीनता से जकड़ा हुआ है। इसका ज्वलंत प्रमाण दे रही है शिक्षण पत्रिका जो आज भी बोर्ड विभाग में मात्र कागजी खानापूर्ति कर रही है। गौरतलब है कि इस शिक्षण पत्रिका में शिक्षण विधियों के अतिरिक्त विभिन्न विषयों पर हिन्दी व अंग्रेजी में लेख प्रकाशित किये जाने थे। स्वयं ही अध्यापक व बोर्ड परीक्षा आयोजन सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारी होती है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें