मंगलवार, जुलाई 14, 2009

हिरण शिकार के आरोपियांे की गिरफ्तारी नहीं होने से बिश्नोई समाज में रोष व्याप्त

नागौर 14 जून। अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा के जिलाध्यक्ष श्री रामरतन बिश्नोई ने जिला पुलिस अधीक्षक नागौर को ज्ञापन देकर थाना श्रीबालाजी में दर्ज मु.नं. 52/09 के मुलजिमानों को गिरफ्तार कराने की मांग की है।
ज्ञापन में लिखा है कि विषयान्तर्गत विनम्र निवेदन है कि गत 11 जुलाई 2009 को पुलिस थाना क्षेत्र श्रीबालाजी के गांव पैरावा में ओमप्रकाश गोदारा के खेत में बंदूक की गोली से हिरण का शिकार किया गया था। मौके पर ही खेत मालिक ने मृत हिरण को शिकारी से छुड़वा लिया था। श्रीबालाजी पुलिस ने मौके पर पंहुच कर मृत हिरण बरामद किया था। उसका पोस्टमार्टम करवाया था। राजस्थान पत्रिका में मृत हिरण की फोटो सहित खबर प्रकाशित हुई थी। घटना 11 जुलाई 2009 की है। पुलिस ने दो नामजद मुलजिमों को थाने पर बुलाया था। तीन दिनों तक थाने में बिठाये रखा मगर गिरफ्तार नहीं किया गया।आज उन्हें छोड़ दिया गया है। ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीबालाजी पुलिस ने बड़ी रकम रिश्वत के रूप में लेकर शिकारियों को छोड़ दिया है। शिकारी तीन थे। एक को तो थाने पर भी नहीं बुलाया गया ओर दो को वापस छौड़ दिया है। पुलिस द्वारा की गई इस कार्यवाही से बिश्नोई समाज मे ंरोष है। कृपया यथाशीघ्र कार्यवाही कर किसी उच्चाधिकाी को मौके पर भेज कर जांच करावें कि अगर थानाधिकारी ने रिश्वत लेकर शिकारियों को छोड़ा है तो थानाधिकारी के विरूद्ध भी दण्डात्मक कार्यवाही करावें और शिकारियों को गिरफ्तार करवाकर बंदूक बरामद करावें। हमारी सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक इस मामले की शिकायत हो चुकी है कि श्रीबालाजी पुलिस ने शिकारियों के साथ मिलीभगत करली है। कृपया उचित्त कार्यवाही कर वन्यजीवप्रेमी समुदाय को राहत प्रदान करावें उक्त जानकारी अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा (रजि.) शाखा नागौर के जिलाध्यक्ष रामरतन बिश्नोई ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी।

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