सोमवार, जुलाई 20, 2009

60 वां जिला स्तरीय वन महोत्सव आयोजित

नागौर, 19 जुलाई। हरित राजस्थान अभियान के तहत जिला मुख्यालय के निकटवर्ती ग्राम गोगेलाव के पास 4 हैक्टर वन भूमि पर आज जिला प्रषासन के तत्वावधान में 60 वां जिला स्तरीय वन महोत्सव आयोजित हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक श्री बाल मुकुन्द वर्मा तथा समारोह की अध्यक्षता कर रहे जिला कलक्टर श्री रोहित कुमार ने एक-एक नीम का पौधा रोपित कर हरित राजस्थान अभियान का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर 10 राजकीय एवं 10 निजी षिक्षण संस्थाओं के 1600 छात्र-छात्राओं ने भी बड़े ही उत्साह के साथ वन भूमि पर एक-एक पौधा रोपित किया। जिला कलक्टर श्री रोहित कुमार ने कहाकि राजस्थान प्रदेष को हरा-भरा बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा ’’हरित राजस्थान अभियान’’ को राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना से जोड़ते हुए एक अनूठी पहल की गई है। उन्होंने कहाकि इस अभियान की सफल क्रियान्विति जन प्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संगठनों, विभिन्न विभागों के आपसी समन्वय एवं आम जन के सहयोग से ही सम्भव है। उन्होंने कहाकि देष, राज्य एवं जिले में 33 प्रतिषत वन क्षेत्र विकसित होना आवष्यक है। राजस्थान में वर्तमान में जहां साढ़े 9 प्रतिषत वन क्षेत्र है वहीं नागौर जिले में मात्र 1.36 प्रतिषत ही वन क्षेत्र है। जो कि एक महत्वपूर्ण चिन्तन का विषय है। इसके लिए समाज के हर व्यक्ति को अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर हरे-भरे राजस्थान के सपने को साकार करना है। उन्होंने कहाकि वन, पेड़-पौधों के बिना हमारा विकास नहीं हो सकता। हमें जिले में वन क्षेत्र को 33 प्रतिषत तक लाने के लिए भरसक प्रयत्न करने होंगे। उन्होंने कहाकि पौधा लगाया है तो उसकी परवरिष भी सही ढंग से करनी होगी और इस बात का संकल्प भी लेना होगा कि पेड़ कटेंगे नहीं। जिला कलक्टर ने कहाकि जिले की 461 ग्राम पंचायतों तथा 11 पंचायत समिति क्षेत्रों में आज हरित राजस्थान अभियान के तहत वन महोत्सव आयोजित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहाकि बच्चे हमारे देष की धरोहर है और बच्चों के सामूहिक प्रयासों से जिला मुख्यालय पर 4 बीघा वन भूमि पर 1600 पेड़-पौधे लगाने का कार्य आज यहां किया गया है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण एवं सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहाकि जिले का हर व्यक्ति पेड़-पौधे लगाने की ठान लें तो एक वर्ष में 32 लाख पौधे लगाये जा सकते है और प्रतिवर्ष इसी तरह का प्रयास किया जाए तो 33 प्रतिषत वन क्षेत्र को विकसित करने का लक्ष्य हमें आसानी से प्राप्त हो सकता है।जिला पुलिस अधीक्षक श्री बाल मुकुन्द वर्मा ने मुख्य अतिथि के आसन से सम्बोधित करते हुए कहाकि पेड़-पौधे लगाने के इस महा अभियान में समाज के हर व्यक्ति के सहयोग की महत्ती आवष्यकता है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी स्तर पर प्रयास करने होंगे। उन्होंने बच्चों के जन्म दिन पर एक-एक पौधा प्रतिवर्ष लगाने तथा अधिकाधिक पेड़-पौधे लगाकर हरित राजस्थान अभियान के महायज्ञ में आहूति देने का भी आव्हान किया। उन्होंने कहाकि नागौर शहर के नजदीक इस वन क्षेत्र में वृक्षारोपण का बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य किया गया है। इससे पर्यावरण संरक्षण में बहुत बड़ा योगदान मिलेगा। समारोह के विषिष्ठ अतिथि नागौर क्षेत्रीय विधायक श्री हबीबुर्रहमान ने कहाकि जिले में बहुत कम वर्षा होती है, इसका मुख्य कारण यहां पेड़-पौधों की अत्यधिक कमी ही है। उन्होंने वृ़क्षारोपण के महत्व पर प्रकाष डालते हुए स्कूली बालक-बालिकाओं का आव्हान किया कि वे अधिकाधिक पेड़-पौधे लगाये जिससे हमारा राज्य हरा-भरा व खुषहाल बन सके। जायल प्रधान श्री रिद्धकरण लोमरोड़ ने कहाकि प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री अषोक गहलोत ने हरित राजस्थान अभियान को नरेगा से जोड़कर प्रदेष को हरा-भरा बनाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने स्कूली बच्चों का आव्हान किया कि वे जितनी रूचि पढ़ाई-लिखाई में लें रहे हैं, उतनी ही रूचि वृक्षारोपण जैसे राष्ट्रीय महत्व के इस अभियान में भी लें। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री एस. एस. पंवार ने हरित राजस्थान अभियान के महत्व पर विस्तार से प्रकाष डाला। उप वन संरक्षक श्री के. आर. काला ने भी वन महोत्सव की उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। समारोह में नागौर नगरपालिका अध्यक्ष श्री अषोक कुमार जैन, अखिल भारतीय जीवरक्षा बिश्नोई सभा के जिलाध्यक्ष रामरतन बिश्नोई सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, निजी एवं राजकीय षिक्षण संस्थाओं के संस्था प्रधान एवं बड़ी संख्या मेें छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।छात्रा- मनीषा सोनी एवं छात्र गजेन्द्र ने भी सम्बोधित किया- जिला कलक्टर के आव्हान पर समारोह में छात्रा मनीषा सोनी ने भी सम्बोधित करते हुए कहाकि वृक्ष हमें आॅक्सीजन-प्राण वायु के साथ अनमोल जड़ी-बूंटी देते हैं। हरित राजस्थान अभियान के तहत अधिकाधिक पेड़-पौधे लगाने से पष्चिमी राजस्थान का मरूस्थलीय भू-भाग हरियाली से आच्छादित होगा। इसी प्रकार छात्र गजेन्द्र ने भी अधिकाधिक पेड़ पौधे लगाने का संकल्प लेते हुए वृक्षारोपण के महत्व पर प्रकाष डाला।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें