सोमवार, जून 15, 2009
चिंकारा शिकार प्रकरणः बिश्नोई समाज की आमसभा आयोजित,थानेदार को निलम्बित करने की मांग
नागौर 13 जून। चिंकारा हिरण शिकार प्रकरण में मुलजिमों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर ग्राम भेड़ में एक आम सभा का आयोजन किया गया। जिसमें ग्राम भेड़, ढ़ींगसरा, चावण्डिया तथा अणदोलाव के करीब पांच सौ लोगों ने भाग लिया। लोगों ने ‘‘शिकारियों को गिरफ्तार करो, पांचैड़ी थानेदार को निलम्बित करो’’ के नारे लगाकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। अखिल भारतीयजीवरक्षा बिश्नोई सभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष ‘‘वृक्ष मित्र’’ साहबराम बिश्नोई ने कहा कि बिश्नोई समाज धर्म पर अडिग है। अगर शिकारियों के विरूद्ध शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो समाज आंदोलन करेगा। उन्होनें शिकारियों का पीछा करने वाले जेताराम बिश्नोई, हरिराम बिश्नोई, भंवरलाल चैधरी तथा लक्ष्मणसिंह राजपूत से घटना की पूरी जानकारी आमसभा के बीच में ली। जिससे लोगों का जोश और बढ़ गया। पुलिस के पक्षपातपूर्ण रवैये के कारण बिश्नोई समाज का आक्रोश आंदोलन का रूप ले सकता है। मौके पर खींवसर के विधायक हनुमान बेनिवाल ने मोबाईल पर बात कर लोगों को आश्वासन दिया कि वे जिला पुलिस अधीक्षक से बात कर मामले का शीघ्र निस्तारण करवाने का प्रयास करेंगे। विधायक ने भी थानेदार की गलती बताई और जांच बदलवाने का आश्वासन दिया। जिस पर लोगों ने तालियां बजाकर हनुमान के सहयोग का आभार जताया। जिलाध्यक्ष रामरतन बिश्नोई ने कहा कि 8 जून को रात में शिकार हुआ था। नौ जून को घटना की जानकारी सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक पंहुचा दी गई थी। 9 जून को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राजस्थान के मुख्यमंत्री को फैक्स भेजकर शिकारियों को गिरफ्तार करवाने की मांग की थी। 10 जून को जिलाध्यक्ष ने ज्ञापन देकर जिला पुलिस अधीक्षक से मिलकर कार्रवाई की मांग की थी। उक्त प्रकरण से डीआईजी सहित उच्चाधिकारियों केा अगवत करा दिया। मगर उसके बावजूद भी पांचैड़ी थानाधिकारी की हठधर्मिता के कारण मुलजिम पुलिस के शिकंजे में नहीं आए है। ग्राम पंचायत भेड़ के सरपंच गणतपराम डूडी ने कहा कि उक्त क्षेत्र में आठ-दस शिकारियों की एक टीम बनी हुई है। जो आए दिन शिकार की फिराक में रहते हैं। जीप, बंदूक तथा मोबाईल आदि आधुनिक साधनों के कारण शिकारी पकड़ में नहीं आते हैं। 8 जून को भी शिकारियों ने उनका पीछा करने वालों पर जान से मारने की नीयत से बंदूक की गोली चलाई थी। मगर युवक जेताराम, हरिराम आदि संयोगवयश जमीन पर गिरने से बच गए। जानलेवा हमले की सूचना मिलने के बाद से ही क्षेत्र के बिश्नोई समाज में भंयकर रोष व्याप्त है। जब तक उक्त प्रकरण में दोषी सभी शिकारी गिरफ्तार नहीं होंगे तब तक समाज आंदोलनरत रहेेगा। उक्त गांवों के सभी जातियों के लोग बैठक मंे थे और सरपंच ने कहा कि शिकार के विरोध में सभी लोग एकमत होकर तत्पर है। सभा के खींवसर तहसील अध्यक्ष रामलाल लेगा, महामंत्री अनोपाराम डूडी, हनुमानराम लेगा, बंशीलाल डूडी, शोभाराम,बंशीलाल लेगा, कालूराम, ऊमाराम ने भी सभा को सम्बोधित किया। आमसभा में निर्णय लेकर थानेदार के विरोध की खुली घोषणा के बाद ‘‘वृक्ष मित्र’’ साहबराम बिश्नोई, जिलाध्यक्ष रामरतन बिश्नोई तथा भेड़ के सरपंच गणपतराम डूडी, कार्यवाहक जिला पुलिस अधीक्षक दिलीप जाखड़ से मिले और शिकारियों को तुरंत गिरफ्तार कराने की मांग की। जीप को बरामद करने और जानलेवा हमला करने वालों के विरूद्ध धारा 307 जोड़ने की मांग की। श्री जाखड़ ने शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया तथा जानकारी दी कि भेड़ में बैठक शुरू होने के बाद एक मुलजिम को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच निष्पक्ष कराने के लिए पांचैड़ी थानेदार से फाईल तलब कर जिला मुख्यालय पर मंगवाने के आदेश कर दिए गए हैं।
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