सोमवार, अप्रैल 12, 2010

श्रमिकों के लिए पेंशन योजना

प्रशिक्षण के लिए शिविर शुरू
नागौर 12 अप्रैल। स्थानीय श्रम विभाग द्वारा राजस्थान विश्वकर्मा गैर संगठित कामगार पेंशन योजना का प्रचार करने के लिए दो दिवसीय शिविर आज शुरू किया गया। उक्त योजना के फील्ड आॅफिसर अनिल कुमावत, फील्ड मैनेजर रणवीरसिंह, श्रम निरीक्षक दिनेश शर्मा, सहायक श्रमायुक्त एन.के. शर्मा तथा उक्त योजना के हैण्डीक्राफ्ट कमेटी प्रचार मंत्री हमीद मुल्तानी खां ने श्रमिकों को जानकारी दी। उन्होनें बताया कि विभाग द्वारा 150 श्रमिकों को आज पेंशन डायिरयां वितरित की गई। इस योजना में कामगार व सरकार दोनों के अंशदान पर 8 प्रतिशत ब्याज का प्रावधान है। राज्य के सभी जिलो में अंशदान जमा करवाने की सुविधा है। 18 से 50 वर्ष के बीच की आयु का राजस्थान का मूल निवासी या 7 वर्षों से राजस्थान में रहने वाला कोई भी कामगार इस योजना में भाग ले सकता है। जिसमें 20 प्रकार के काम करने वाले लोगों को यह सुविधा दी जाती है। सरकार प्रतिवर्ष कामगार के पेंशन खाते में एक हजार रूपये का अंशदान जमा करवाएगी और इतना ही अंशदान कामगार द्वारा जमा करवाया जाएगा। उन्होनें बताया कि 20 वर्ष की उम्र वाला कामगार यदि हर साल 1000 रूपये बचाएगा तो 60 वर्ष की उम्र तक उसके खाते में 5 लाख 60 हजार रूपए जमा हो जाएंगे। जिससे वे अपना बुढ़ापा चैन से जी सकता है। सरकार की योजना में दुकानों, होटलों एवं ढ़ाबों पर कार्य करने वाले, टैक्सी ड्राईवर, मूर्तिकार एवं पत्थर तराशी, घरेलू नौकर, मोटर मैकेनिक, बीड़ी कामगार, ठेला चालक, रिक्शा चालक, चर्मकार, नाई, दर्जी, बढ़ई, लौहार, कुम्हार, धोबी, हम्मला, भवन एवं अन्य संनिर्माण कामगार, स्वनियोजित इलेक्ट्रीशियन, सेनेट्री फीटिंग्स/ प्लम्बर कामगार, सभी प्रकार के थड़ी वाले पात्र माने गए हैं।

1 टिप्पणी:

  1. पहले पेंशन कितनी थी और अब 1000/- के जगह 60/- कर दिये तो पेंशन कितनी बनेगी। जमा पूंजी का म़ौत के बाद

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