सोमवार, अप्रैल 20, 2009

चिंकारा का शिकार,ग्रामीणों में रोष

नागौर।निकटवर्ती ग्राम अलाय की सरहद में धुंधवालों की ढाणी के पास करणसिंह अनाड़सिंह के खेत में रविवार को रात में अलाय बस स्टैण्ड एवं राजकीय अस्पताल के पास स्थित शराब ठेके के ठेकेदार गुलाबसिंह की गाड़ी लेकर आये तीन चार लोगों ने चिंकारा हिरण को बंदूक की गोली से मार दिया।अलाय के सरपंच अनोपचंद बिश्नोई की रिपोर्ट पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मृत हिरण को बरामद किया। शिकारी दिलीपसिंह पुत्र राजूसिंह को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से बंदूक बरामद की। दो मुल्जिम भूराराम पुत्र साबुराम नायक तथा जोगेन्द्र सिंह पुत्र हरिसिंह फरार हो गए। सोमवार को सुबह मृत हिरण का पोस्टमार्टम राजकीय अस्पताल श्रीबालाजी में करवाया गया। उसके बाद मृत हिरण का शव विश्नोई समाज के लोगों को सौंपा। अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के जिलाध्यक्ष रामरतन बिश्नोई, जिला उपाध्यक्ष प्रेमसुख सारण (फौजी), क्षेत्रीय वन अधिकारी महेन्द्रसिंह चैधरी, नागौर के पुलिस उप अधीक्षक राजेन्द्र मीणा, श्रीबालाजी के एएसआई शिवलाल सांखला,पीपुल फाॅर एनिमल्स के जिला प्रभारी हिम्मताराम भांभू सहित पांच सौ से अधिक ग्रामीणों की उपस्थिति में हिरण का अंतिम संस्कार किया गया। उक्त घटना को लेकर बिश्नोई समाज में रोष व्याप्त हो गया था।मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने लोगों को विश्वास दिलाया कि शराब ठेकेदार गुलाबसिंह द्वारा योजनाबद्ध तरीके से हिरण का शिकार कराने के आरोप मंे मुल्जिम मान लिया गया है। शिकारियों को पहुंचाने वाली बोलेरो गाड़ी को भी जब्त कर लिया जाएगा।ग्रामीणों ने संयुक्त हस्ताक्षर युक्त एक ज्ञापन उपखंड मजिस्ट्रेट को देकर मांग की है कि उक्त ठेकेदार के ठेके पर देर रात तक शराब पीने वालों का जमावड़ा रहता है। रात में ग्यारह बजे तक ठेका खुला रहता है। हिरण शिकार में संलिप्त होने के कारण उक्त ठेकेदार के विरूद्ध पुलिस में मामला दर्ज हुआ है। इसके कारण अलाय गांव के लोग उक्त ठेकेदार गुलाबसिंह से परेशान व नाराज है। इसलिए कानूनी कार्रवाई कर शराब के ठेके का लाईसेंस निरस्त किया जावे। श्रीबालाजी पुलिस थाना के एएसआई शिवलाल सांखला ने बताया कि अलाय के सरपंच की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रविवार को रात साढे आठ बजे धुंधवालों की ढाणी से दूरभाष पर हिरण के शिकार होने की सूचना मिली। जिस पर सरपंच अनोपचंद बिश्नोई, शिवलाल गीला, शिवनारायण गीला, पूनमचंद फौजी, बनवारीलाल माल सहित बिश्नोई समाज के नागरिक मौके पर पहुंचे। अंधेरा होने के कारण टाॅर्च से लाइट डाली गई। तो करनसिंह अनाड़सिंह राजपूत के खेत में दिलीपसिंह पुत्र राजूसिंह बंदूक लिये खड़ा था। भूराराम तथा जोगेन्द्रसिंह मृत चिंकारा हिरण की खाल उतार रहे थे। टाॅर्च के प्रकाश से ग्रामीणों के आने का पता लगने के बाद भूराराम व जोगेन्द्र सिंह फरार हो गए। जबकि दिलीपसिंह बंदूक सहित पकड़ा गया। उन्होंने कहा है कि अलाय में शराब के ठेकेदार गुलाबसिंह की बिना नंबर की सिल्वर रंग की बोलेरो गाड़ी उक्त शिकारियों को छोड़कर वापस अलाय गई थी। जिसके पीछे हुड नहीं था। सरपंच की सूचना पर पुलिस मौके पर आई। पुलिसकर्मियों ने रात के समय में टाॅर्च के प्रकाश से शिकारियों के पदचिह्न देखते हुए रात में दो बजे तक उनका पीछा किया।

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